
जिला कौशांबी की तहसील सिराथू के अंतर्गत ग्राम कसिया पश्चिम में ग्राम विकास योजनाओं की पोल एक बार फिर खुल गई है। गांव के उत्तर दिशा में इमली के पेड़ के पास बनी नाली और इंटरलॉकिंग सड़क में भारी अनियमितताएं सामने आई हैं। निर्माण कार्य में घटिया ईंट, निम्न गुणवत्ता की बालू और मानकविहीन सीमेंट का उपयोग किया गया था, जिससे कार्य शुरू होते ही संदेह के घेरे में आ गया था।
इस भ्रष्टाचार के खिलाफ ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। इसके बाद उच्चाधिकारी, जिला पंचायती राज अधिकारी (डी.पी.आर.ओ.) ने स्वयं मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हुए और अनियमितताओं की पुष्टि भी हुई। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इतनी स्पष्ट गड़बड़ियों के बावजूद ग्राम प्रधान और सचिव पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
अब स्थिति और भी भयावह हो गई है। लगभग 8 महीने पहले बनी यह नाली बरसात के कुछ दिनों में ही पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। इससे न केवल सरकारी धन की बर्बादी हुई है, बल्कि ग्रामीणों को भी भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि जब भ्रष्टाचार खुलेआम सामने आने के बाद भी दोषियों पर कार्यवाही नहीं होती, तो इससे यह संकेत मिलता है कि पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार को कहीं न कहीं संरक्षण मिल रहा है।
अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर दोषी कौन है – घटिया सामग्री का प्रयोग कराने वाले ग्राम प्रधान और सचिव या निरीक्षण के बाद भी कार्यवाही न करने वाले डी.पी.आर.ओ.?
ग्रामीणों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए शासन-प्रशासन से कार्रवाई की गुहार लगाई है।

Author: Kaushambi Sandesh
Contact number 7394947972