अटल एक जीवन नहीं संस्कार हैं-जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती पर जिले के सांगठनिक 15 मण्डलों में प्रधानमंत्री सड़क पर निकाली गई रैली

कौशाम्बी संदेश

कौशाम्बी। महान राजनेता, युगपुरुष, उत्कृष्ट कवि, भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष, देश के पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जन्म-जयंती के शुभ अवसर पर 25 दिसंबर बुधवार को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। भाजपा कार्यालय में मुख्यातिथि के रूप में निवर्तमान सांसद विनोद सोनकर व जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी के अवलोकन के बाद उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने संबोधित करते हुए अटल जी से जुड़ी बातों को विस्तार से बताया जैसे अटल बिहारी वाजपेई का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेई शिक्षक और एक कवि भी थे उन्होंने अपनी हाई स्कूल की शिक्षा सरस्वती शिक्षा मंदिर गोरकी बड़ा विद्यालय से प्राप्त की और विधि स्नातक की डिग्री उन्होंने कानपुर से स्थित डीएवी कॉलेज से अर्थशास्त्र विषय में ली। अटल जी को उनके योगदान के लिए 2015 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था उनके जन्मदिन 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है अटल जी के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुई । उन्होंने पोखरण में परमाणु प्रशिक्षण किया लाहौर शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता की और भारत अमेरिका संबंधों को मजबूत किया । ऐसी तमाम बातों को विस्तार से बताया। इस मौके पर कार्यक्रम के संयोजक व जिला महामंत्री दीप चंद्र दिवाकर, सह संयोजक आशीष केसरवानी, उमेश केसरवानी, कमल कुशवाहा, प्रदीप पांडेय शीलू पाण्डेय, व सभी मण्डल अध्यक्षगण मण्डल महामंत्रीगण, कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।

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