कौशाम्बी संदेश आर्या शुक्ला
कौशाम्बी /विकास खंड कड़ा के भैरावा गांव में स्थित ओंकारेश्वर महादेव मंदिर परिसर में चल रही श्री विष्णु महायज्ञ कथा के दूसरे दिन आचार्य कल्लू दूबे ने बताया कि भगवान विष्णु का सातवां अवतार माने जाने वाले प्रभु श्री राम ने हमेशा की अधर्म पर धर्म की विजय हेतु अवतार धारण किया है। टीवी पर तो हम सभी ने रामायण देखी होगी लेकिन फिर भी कई ऐसे प्रसंग रह जाते हैं जिनके बारे में लोगों को जानकारी नहीं होती है। कुछ ऐसी ही है प्रभु श्री राम की जन्म कथा। कथा आचार्य ने बताया कि महाराजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ किया। महाराज दशरथ ने श्यामकर्ण घोड़े को चतुरंगिनी सेना के साथ छुड़वाने का आदेश दिया। महाराज ने समस्त मनस्वी, तपस्वी, विद्वान ऋषि-मुनियों तथा वेदविज्ञ प्रकाण्ड पण्डितों को बुलावा भेजा। वो चाहते थे कि सभी यज्ञ में शामिल हों। यज्ञ का समय आने पर महाराज दशरथ सभी अभ्यागतों और अपने गुरु वशिष्ठ समेत अपने परम मित्र अंग देश के अधिपति लोभपाद के जामाता ऋंग ऋषि के साथ यज्ञ मण्डप में पधारे। फिर विधिवत यज्ञ शुभारंभ किया गया। यज्ञ की समाप्ति के बाद समस्त पण्डितों, ब्राह्मणों, ऋषियों आदि को यथोचित धन-धान्य, गौ आदि भेंट दी गई हैं और उन्हें सादर विदा किया गया। श्रीराम जन्म की कथा सुनकर मौजूद श्रोता भाव विभोर हो गए । इस मौके पर शिवराम मिश्रा , गोपी लाल मौर्य , मनोज त्रिपाठी , शत्रुघ्न सिंह , अर्जुन सिंह सहित ग्रामीण मौजूद रहे ।