धर्म परिवर्तन कराकर किशोरी को अशफाक अहमद और रिस्तेदारो ने किया गायब 18 दिन बाद मुकदमा हुआ दर्ज आखिर सनातनी धर्म का परिवर्तन क्यों कराया जा रहा है धर्म परिवर्तन कराने वाले लोगों के विरुद्ध हो कठोर कार्रवाई
ब्यूरो प्रमुख कौशांबी
कौशांबी। जनपद कौशांबी ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक तरह से कहा जा सकता है कि सनातन धर्म को अराजक तत्व के लोग मिटा देना चाहते हैं इस पर सतर्क होने की जरूरत है यदि सनातनी धर्म के लोग सतर्क नहीं रहेंगे तो एक दिन हिंदू सनातन धर्म विलुप्त हो जाएगा और यह हिंदुस्तान खाली स्थान में बदल जाएगा आज जनपद कौशांबी में कई जगहों पर जबरन सनातनी धर्म के बहन बेटियों को अपहरण कर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है इस पर अमल करना चाहिए जो भी सनातनी धर्म आगे आता है उस पर मुकदमा किया जा रहा है और उसे परेशान किया जा रहा है कहीं उसके बहन बेटी के साथ अत्याचार कहीं उसके साथ मारपीट ऐसी घटनाएं घटती रहती हैं यहां पर कोई पार्टी की बात नहीं होती है यहां पर अपने धर्म की बात होती है जब सनातनी धर्म किसी दूसरे धर्म के बहन बेटियों के साथ अत्याचार नहीं करता है तो सनातनी धर्म के बहन बेटियों के साथ आखिर अत्याचार क्यों किया जा रहा है और बहन बेटियों का अपहरण क्यों किया जा रहा है सनातनी धर्म के बहन बेटियों के धर्म परिवर्तन कराने वाले और अपहरण कर्ताओं के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए ताजा मामला मोहब्बतपुर पैंसा थाना क्षेत्र के एक गांव का मामला है जो किसी से छिपा नहीं हुआ है आज हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू महासंघ का प्रदेश मंत्री होने के नाते सनातनी धर्म का व्यक्ति परेशान है ऐसे पर सनातनी धर्म को मुंह नहीं मोडना चाहिए इसका ठोस जवाब देना चाहिए । एक सनातनी धर्म का एक व्यक्ति हिंदूवादी संगठन महासंघ के प्रदेश मंत्री हैं जिसके चलते पीड़ित से मुस्लिम समुदाय के लोग नाराज रहते हैं पीड़ित के बेटी सिराथू स्थित एक हॉस्पिटल में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करती र
थी वहीं पर रहने वाले मुस्लिम समाज का अशफाक अहमद की बहन पीड़ित की बेटी से मित्रता कर ली और धीरे-धीरे आने-जाने लगी 3 महीने पहले पीड़ित की बेटी जब घर के अंदर नमाज पढ़ रही थी तो यह सब लोगों ने देखा और उसे समझाया कि यह गलत है इसके बाद पीड़ित ने बेटी को अस्पताल जाना बंद करवा दिया इस दौरान पीड़ित की बेटी ने बताया कि अशफाक अहमद निकाह करना चाहता है और लगातार उसे घर छोड़ने का दबाव बना रहा है जिसके चलते वह काफी परेशान रहती थी पीड़ित की बेटी ने बताया कि उसके पास कोई ऐसी वीडियो थी जिससे पीड़ित की बेटी की इज्जत खराब हो सकती थी इसके साथ पीड़ित की बेटी और उसके घर और रिश्तेदारों का नाम भी लेती थी पीड़ित की बेटी अचानक 23 जुलाई 2024 को दोपहर 1:00 बजे गायब हो गई पीड़ित को आशंका है कि अशफाक अहमद और उसके रिश्तेदारों के द्वारा पीड़ित के बेटी को अपहरण कर लिया गया है ।इस साजिश में हॉस्पिटल का संचालक भी शामिल है। पीड़ित 23 जुलाई 2024 से ही जनपद के पूरे अधिकारियों को लिखित तहरीर देता रहा लेकिन कोई सुनवाई आज तक नहीं हुई पीड़ित हार थक कर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ का दरवाजा खटखटाया तब जाकर आरोपियों के विरुद्ध मोहब्बतपुर पैंसा पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया लेकिन खबर लिखे जाने तक पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तार करने में नाकाम है।