कौशाम्बी संदेश रिपोर्ट मोहन लाल
कौशाम्बी/मंझनपुर पूरब शरीरा संत शिरोमणि पीठ ट्रस्ट की एक दिवसीय बैठक पूरब शरीरा के अम्बेडकर पार्क में राज किशोर मास्टर साहब की अगुवाई में आयोजित किया गया राज किशोर जी ने पीठ के उद्देश्यों को बताया।राष्ट्रीय प्रभारी /राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष शरद कुमार ने कहा की यहां महिलाओं को संख्या बहुत अधिक है तो आप सभी को मालूम हो सावित्री बाई फुले है जो महिलाओं की शिक्षित करने के लिए स्कूल खोला था। आज से आज से 100वर्ष पहले महिलाओं को पढ़ने का अधिकार नहीं था बाबा साहब के संविधान की देन है की पुरुषो को महिलाओं के बराबर शिक्षा सही सभी अधिकार दिए।
विधिक सलाहकार घनश्याम गौतम ने कहा हमारे समाज में बहुत कुरीतिया उसे समाज से दूर करने के लिए यह कारवां शुरू हुआ है।बाबा साहब ने जो हमे संविधान दिया है यह किताब समाज के कुरीतियों से मुक्ति का मार्ग देती है और महिलाओं को अंधविश्वास से दूर रहने के लिए कहा और अपने बच्चो को पढ़ाए जिसमें आप सभी का कल्याण है।
राष्ट्रीय सलाहकार शिवलाल केशकर ने गीत से कहा
पापियों से वतन रो रह है
अर्थियो से कफन रो रहा है
ये चमन को सजाया किसी ने
लाभ इसका उठाया किसी ने
हमे अपने घर परिवार में एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए सभी को मिल जुल कर रहना चाहिए हमे वास्तविकता में रहना चाहिए हमे दिखावा नहीं करना चाहिए मानसिक गुलामी आडंबर से निकलकर आंबेडकरवाद और हमारे महापुरुष के बताए गए रास्तों में चलना चाहिए।आप सभी भगवान बुद्ध की धरती में रहने वाले हो आप बहुत धन्य है।
राष्ट्रीय महामंत्री सतीश गोयल जी ने कहा संत शिरोमणि रविदास पीठ अगर समाज में किसी के साथ जुल्म और अन्याय होगा पीठ उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करेगा।
प्रदेश प्रभारी अमरेन्द्र कुमार ने कहा दुनिया बदल रही है तुम भी बदलना सीख लो,गैरो की आशा छोड़कर पैरो से चलना सीख लो कविता कहकर के यह बताया की दूसरे की आशा में नहीं रहना है हमे अपने हक अधिकार के जानना है और हासिल करना है।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय संरक्षक कमाता प्रसाद,जितेंद्र गौतम शिवपूजन ,रामविशाल,भोला,सुनील कुमार,अमृत लाल,सुभाष गौतम,गुलाब चंद्र,राम राज,सहित सैकड़ों महिलाए उपस्थित रहे।