ईद-उल-अजहा की नमाज के बाद मांगी गई अमन चैन की दुवा

कौशाम्बी संदेश फैसल अंसारी
कौशाम्बी। सिराथू ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत नारा में सोमवार को सुबह 7 बजे ईद-उल-फितर की नमाज सैयद चांद मियां काजमी ने पढ़ाई और शायर महताब नारवी ने सलाम पढ़ाया। चांद मियां काजमी ने लोगों से अमन चैन से रहने की दरखास्त की वहीं ईद गाह के बाहर नारा चौकी पुलिस बल तैनात रह कर नमाज़ को सकुशल संपन्न कराया। नमाज़ के बाद लोगो ने आपसी नाराजगी को दूर कर प्यार से एक दूसरे को गले लगा कर ईद-उल-फितर की मुबारक बात दी ईद-उल-फितर का अर्थ होता है ‘शुक्राने की ईद’ और यह बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। जिसमें लोग एक दूसरे को खुशी की बधाई देते हैं। खाने पीने का मज़ा लेते हैं और एक-दूसरे के साथ अच्छे संबंध बनाए रखते हैं। शेर और शायरी का उपयोग ईद-उल-फितर के मौके पर खुशियों और उत्साह का इजहार करने के लिए एक प्रसिद्ध तरीका है।ईद-उल-फितर की नमाज के बाद लोग एक दूसरे के घर जा कर सेवइयां खा कर मुंह मीठा करते हैं।

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