कौशांबी संदेश गणेश अग्रहरि ब्यूरो प्रमुख कौशांबी
बच्चों को पढ़ने लिखने के लिए सरकार पानी की तरह पैसा खर्च कर रही है और अध्यापकों को अच्छा वेतन देती है कि बच्चे पढ़ लिखकर विद्वान बने और बच्चों का भविष्य सुधरे लेकिन लाखों रुपए डकारने वाले अध्यापक बच्चों को पढ़ाने में घोर आना कानी कर रहे हैं ताजा मामला चायल तहसील क्षेत्र के चायल विकासखंड क्षेत्र के गौहानी कला गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय गौहानी कला विद्यालय में तीन अध्यापक विद्यालय में बच्चों को पढ़ाने के लिए कार्यरत हैं लेकिन दो अध्यापक तो अपने समय पर आते हैं और एक अध्यापक रत्नेश सिंह यादव चार दिनो से विद्यालय नहीं आ रहे है ।बच्चों के अनुसार अध्यापक चार दिन से विद्यालय नहीं आ रहे है। सोमवार के दिन सुबह 10.30 बजे और आधे घंटे बाद विद्यालय से बाहर चले गए।आखिर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बैठकर क्या निगरानी कर रहे हैं क्या ऐसे अध्यापकों की निगरानी नहीं किया जो चार दिन से विद्यालय नहीं आ रहे हैं ।अब देखना है कि खंड शिक्षा अधिकारी और जिला बेसिक अधिकारी इस अध्यापक कार्यवाही करते हैं या गोल मटोल करते हैं।