डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज कर आवश्यक कार्रवाई की हुई मांग
कौशांबी संदेश शैलेंद्र द्विवेदी
कौशाम्बी। बांग्लादेश में हिंदुओं के प्रति हो रहे अत्याचार व साधु संतों की गिरफ्तारी से नाराज हिंदू संगठन के लोगों ने सड़क पर उतरकर हिंदू रक्षा समिति के बैनर तले जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद जिलाधिकारी को राष्ट्रपति संबोधित ज्ञापन देकर वहां पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की मांग की। मंगलवार को हिंदू के विभिन्न संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता हिंदू रक्षा समिति के बैनर तले जिला मुख्यालय मंझनपुर स्थित जिला पंचायत परिसर में एकत्रितहुए। इसके बाद सैकड़ो पदाधिकारी व कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट पहुंचे। जहां पर विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री नीलमणि ने जिलाधिकारी मधुसूदन हूलगी को राष्ट्रपति संबोधित ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में सरकार के तख्ता पलट जाने के बाद पिछले चार माह से हिंदुओं के प्रति हिंसा व अत्याचार किया जा रहा है। यही नहीं साधु संतों की गिरफ्तारी भी की गई है। हिंदुओं पर हो रहे हिंसा अपहरण बलात्कार लूटपाट आगजनी से पूरा हिंदू समाज आक्रोशित है। बांग्लादेश राजनीतिक खड्यंत्र और अराजकता के दौर से गुजर रहा है। वहां रहने वाले अल्पसंख्यक सनातन, हिंदू धर्म वालियों के साथ सिख, बौद्ध व जैन संप्रदाय के नागरिकों पर हमले किए जा रहे हैं। बांग्लादेश में हिंदू समाज के लोगों के धर्म तथा चरित्र की हत्या की जा रही है। वहां पर सरकारी नौकरियों में काम कर रहे हिंदुओं, सिख, बौद्ध एवं जैनियों से भी बलपूर्वक त्यागपत्र ले रहे हैं। इसके बाद भी शासन प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की सुरक्षा नहीं की जा रही है। वहां का हिंदू समाज पूरी तरह से परेशान है। कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ अंतर्राष्ट्रीय, मानव अधिकार आयोग आदि संस्थानों पर दबाव बढाकर समाधान हेतु कार्रवाई कराई जाए। भारत सरकार बांग्लादेश पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए। बांग्लादेश के साथ उन सभी देश में हिंदू सिख बौद्ध जैन अल्पसंख्यक हैं उनकी शांति एवं सुरक्षा के लिए जो भी कमद आवश्यक हो उसे सरकार उठाए। विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से पूर्व सांसद विनोद सोनकर, धर्मराज मौर्या जिला अध्यक्ष भाजपा, अजय पांडेय विभाग अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद, अवधेश नारायण शुक्ला जिला अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद, रूपेंद्र विश्वकर्मा, नरेंद्र साहू आदि मौजूद रहे।