अभियुक्तों के पास से 01 फिंगर स्कैनर डिवाइस, 01 लैपटॉप, 02 एक ही आधार नम्बर के अलग-अलग नाम के कूटरचित आधार कार्ड व 04 मोबाइल फोन बरामद
कौशाम्बी संदेश मो0 शाहिद
कौशाम्बी। साइबर क्राइम थाना पुलिस व सर्विलांस सेल की सयुक्त पुलिस टीम ने कूटरचित तरीके से फर्जी आधार कार्ड बनाकर बैंक खाता खोलकर धोखाधड़ी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के तीन शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से पुलिस ने 1 फिंगर स्कैनर डिवाइस, 1 लैपटॉप, 2 एक ही आधार नम्बर के अलग-अलग नाम के कूटरचित आधार कार्ड व 4 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। इस मामले में पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए कहा कि 7.अप्रैल.2024 को वादी सुभाष निवासी बाले का पुरवा थाना मोहब्बतपुर पइंसा द्वारा पुलिस कार्यालय में शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए बताया गया कि अज्ञात लोगों द्वारा सोलर नलकूप स्कीम का अधिकारी बताकर प्रार्थी की माता का आधार, राशन कार्ड, बैंक पासबुक की स्वहस्ताक्षरित फोटो कॉपी ले गये तथा बताए कि जल्द ही आपका सोलर नलकूप लग जाएगा, लगभग 01 सप्ताह बाद दोबारा प्रार्थी के घर उक्त लोग आये और एक आधार अपडेट फॉर्म में प्रार्थी की माता का अंगूठा निशान लगाकर ले गए। पुनः दिनांक 6 अप्रैल.की शाम को प्रार्थी के मोबाइल पर फोन करके आधार अपडेट करने व रुकी हुई पेंशन नकद ले लेने हेतु सैनी बुलाया जिस पर प्रार्थी को शक हुआ कि उसके साथ उक्त लोगों द्वारा कोई गम्भीर फ्राड़ किया जा सकता है। घटना की गम्भीरता को देखते हुए साइबर थाने को अभियोग पंजीकृत कर सफल अनावरण हेतु निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में मंगलवार को साइबर क्राइम थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि कुछ लोग 4 पाहिया गाड़ी हमें सिराथू से मोहब्बतपुर पइसा जाने वाली सड़क पर रेलवे ओवर ब्रिज के पास खड़े हैं। जो कि फर्जी आधार कार्ड बनवाकर फ्राड करते हैं, जिस पर साइबर थाना व सर्विलांस सेल की सयुक्त पुलिस टीम द्वारा मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान से 03 अभियुक्तों में 1. पियूष श्रीवास्तव पुत्र राकेश कुमार श्रीवास्तव निवासी सी/166 राजाजीपुरम थाना तालकटोरा जनपद लखनऊ 2. अंशुल अवस्थी पुत्र स्व० प्रसिद्ध नारायण अवस्थी निवासी एफ 1/69 राजाजीपुर आवास विकास कालोनी थाना तालकटोरा जनपद लखनऊ 3. रंजीत पुत्र भवर सिंह निवासी गोवानिया थाना नासीराबाद जनपद अजमेर, राजस्थान को हिरासत में लिया गया। तथा जामा तलाशी से अभियुक्तों के पास से 01 फिंगर स्कैनर डिवाइस, 01 लैपटॉप, 02 एक ही आधार नम्बर के अलग-अलग नाम के कूटरचित आधार कार्ड व 04 मोबाइल फोन बरामद किया गया। विधिक कार्यवाही के पश्चात अभियुक्तों को न्यायालय भेजा गया अभियुक्तों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि हम लोग मिलकर सीधे-साधे व कम पढ़े-लिखे लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में बताकर धोखे से आधार कार्ड संशोधन फार्म में अपना व अपने लोगों का मोबाइल नम्बर डाल देते है तथा फिंगर स्कैनर डिवाइस पर फिंगर लगवाकर कूट रचित दस्तावेज तैयार करते हैं साथ ही साथ किसी बैंक में खाता खोलकर उस बैंक खाते में भी अपने लोगों का मोबाइल नम्बर लिंक करा देते है तथा उस बैंक खाते में हमारे गिरोह के सदस्य आम लोगों से साइबर फ्राड़ के जरिए धोखाधड़ी से पैसे मंगवाते है, जिनका हम उपभोग करते हैं तथा हम लोगों के गिरोह का मुख्य सरगना सुनील कुमार गुर्जर उर्फ मोंटी है जो सुत्तर खाना थाना नासीराबाद जनपद अजमेर, राजस्थान का रहने वाला है जो पहले भी कई बार इसी तरह के फ्राड़ में सम्मिलित रहा है एवं चर्चित पशुधन घोटाले में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर जेला भेजा जा चुका है। इसी प्रकार हम लोग योजनाबद्ध तरीके से बाले का पुरवा निवासी सीता देवी का ऑनलाइन आधार कार्ड संशोधन फार्म पर हस्ताक्षर कराकर उस पर अपने लोगों का मोबाइल नम्बर डालकर आधार कार्ड अपडेट व बैंक खाता खोलने की प्रक्रिया करने ही वाले थे कि हम लोग पकड़े गये। पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना का अनावरण/गिरफ्तारी करने वाली टीम को दस हजार रुपये के नकद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।