अंकित सिंह यादव ब्यूरो प्रमुख कौशाम्बी सन्देश
प्रयागराज। ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा धर्म का राजनीतीकरण करना खतरनाक है। हिंदू राष्ट्र की को स्थापना का राजनैतिक नारा राजसत्ता हासिल करने के लिए है, जबकि गौहत्या रोकें बिना हिंदू राष्ट्र की स्थापना असंभव है।
मौनी अमावस्या के शाही स्नान के बाद अपने मामघमेला स्थित अपने शिविर में कौशाम्बी सन्देश से बातचीत करते हुए उन्होंने विगत वर्षो ने धार्मिक क्षेत्र में बढ़े राजनीतिक हस्तक्षेप पर चिंता व्यक्त की। कहा कि नेताओं का हिंदुत्व राजनैतिक है। हिंदू राष्ट्र होने पर भी गाय कट रही है। अगर राजा हिंदुत्व वादी होता तो भारत में गाय कभी न कटती। धर्म की रक्षा राजनैतिक हिंदुत्व से नही धार्मिक हिंदुत्व से होगी। धर्म को राजा पर निर्भर नही किया जा सकता, ऐसा करने से राजा की पराजय के साथ ही हिंदू धर्म भी हार जाएगा। शत्रु राजा को पराजित कर सकते है लेकिन धर्म को नही।
शंकराचार्य ने एक सवाल के जवाब में कहा हिंदू धर्म अध्यात्मिक विकास के लिए है राजनीतिक विकास के लिए नही। राजनीति संविधान से चलती है और संविधान धर्म को राजनीति से जोड़ने की इजाजत नही देता।